मुंबई, 27 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने विभिन्न राज्यों में मौजूद खालिस्तानी आतंकियों व ड्रग तस्कर एवं गैंगस्टर को पकड़ा है। पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, यूपी, राजस्थान, उत्तराखंड और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में मारे गए छापों के दौरान पिस्तौल, गोला-बारूद, बड़ी संख्या में डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई, साथ ही, कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। एनआईए के मुताबिक, छापे के दौरान राज्य पुलिस बलों की मदद ली गई। एनआईए की जांच के दायरे में आए कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, सुक्खा दुनेके, हैरी मौर, नरेंद्र उर्फ लाली, काला जठेरी और दीपक टीनू आदि से जुड़े सहयोगियों और उनके ठिकानों पर दबिश दी गई। एनआईए की जांच से पता चला है कि विभिन्न राज्यों की जेलों में भी आपराधिक साजिशें रची जा रही थीं। विदेश स्थित गुर्गों के एक संगठित नेटवर्क द्वारा इन्हें अंजाम दिया जा रहा था।
तो वहीं, एनआईए की जांच के अनुसार, कई अपराधी और गैंगस्टर जो पहले भारत में गिरोहों का नेतृत्व कर रहे थे, हाल के वर्षों में वे विदेश भाग गए हैं। अब वहां से अपनी आतंक और हिंसा संबंधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। वे अपराधी भारत की जेलों में बंद दूसरे अपराधियों के साथ मिलकर वारदात की साजिश रचते हैं। टारगेट किलिंग भी इन्हीं लोगों के द्वारा की जाती हैं। ड्रग्स और हथियारों की तस्करी, हवाला कारोबार व जबरन वसूली के माध्यम से धन एकत्रित किया जाता है। साथ ही, अमृतसर, मोगा, फाजिल्का, लुधियाना, मोहाली, फरीदकोट, बरनाला, भटिंडा, फिरोजपुर, एसएएस नगर, अमृतसर, जालंधर, रोहतक, सिरसा, फतेहाबाद और फरीदाबाद, श्रीगंगानगर, झुंझुनू, हनुमानगढ़, जोधपुर, उत्तर गोरखपुर, देहरादून, उधमसिंह नगर, दिल्ली/एनसीआर में दक्षिण-पूर्व जिले और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के अलावा कई दूसरे स्थानों पर छापेमारी की गई है। एनआईए ने पहले 370 से अधिक स्थानों पर इसी तरह की छापेमारी की थी। उसमें 1129 राउंड गोला-बारूद के साथ 4 घातक हथियारों सहित कुल 38 हथियार जब्त किए गए थे। एनआईए ने अब तक 87 बैंक खाते फ्रीज किए हैं। 13 संपत्तियां कुर्क की हैं। 331 डिजिटल डिवाइस, 418 दस्तावेज और दो वाहन जब्त किए गए हैं। दो भगोड़ों को नामित व्यक्तिगत आतंकवादी घोषित किया गया है। 15 आरोपियों को भगोड़ा अपराधी घोषित किया गया है। 9 अन्य के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) जारी किए गए हैं।