शनि शिंगणापुर, महाराष्ट्र - महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित शनिदेव का यह मंदिर अपने चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि यहां शनिदेव के दर्शन मात्र से ही लोगों के सारे पाप दूर हो जाते हैं। इस मंदिर में खुले आसमान के नीचे शनिदेव की मूर्ति स्थापित है। यहां गांव में कोई भी अपने घर में ताला नहीं लगाता. मान्यता है कि इस गांव की रक्षा स्वयं शनिदेव करते हैं। इस मंदिर में जो भी शनिदेव के दर्शन करता है उसे सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।
शनिश्चर मंदिर, ग्वालियर- ग्वालियर में स्थित इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि यहीं पर हनुमान जी ने लंका से शनि देव की पिंडी फेंकी थी और वह पिंड यहीं आकर गिरा था। इसके बाद यहां शनिदेव की स्थापना हो गई। मंदिर में शनिदेव की पूजा करने के बाद उन्हें सरसों का तेल या तिल का तेल चढ़ाया जाता है। इसके बाद शनिदेव को गले लगाकर उन्हें अपना दुख बताते हैं। इसके बाद व्यक्ति को सभी परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है।
सारंगपुर कष्टभंजन हनुमान मंदिर, गुजरात- गुजरात के भावनगर स्थित सारंगपुर में भगवान हनुमान मंदिर की खास बात यह है कि यहां भगवान हनुमान के साथ शनि देव की भी मूर्ति है। इस मंदिर में शनिदेव ने स्त्री का रूप धारण किया है और हनुमानजी के चरणों में बैठे हैं। ऐसा माना जाता है कि अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनिदोष है तो हनुमान जी के दर्शन और पूजा करने से सभी दोषों से छुटकारा मिल जाता है।
कहा जाता है कि व्यक्ति को अपने जीवनकाल में ही शनिदेव के इन मंदिरों के दर्शन करने चाहिए। ऐसा करने से जीवन भर शनिदेव से मिलने वाले सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।कोकिलावन धाम- यूपी के मथुरा स्थित कोसीकला में कोकिलावन नामक यह शनिदेव मंदिर बहुत प्रसिद्ध है। इस चमत्कारी मंदिर के बारे में मान्यता है कि अगर किसी व्यक्ति पर शनिदेव की अशुभ दृष्टि हो तो उसे एक बार यहां शनिदेव के दर्शन के लिए जरूर जाना चाहिए। दर्शन के बाद परिक्रमा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। कहा जाता है कि यहां स्वयं श्रीकृष्ण ने शनिदेव के दर्शन किये थे।
साथ ही उन्हें वरदान दिया कि यहां आकर वह पूजा और परिक्रमा करेंगे तो उनके सभी शनि दोष दूर हो जाएंगे।शनि मंदिर इंदौर- मध्य प्रदेश के इंदौर में स्थित शनिदेव का यह मंदिर कई मायनों में महत्वपूर्ण है. पुराने क्षेत्र में बने इस मंदिर में शनिदेव का 16 बार शृंगार किया गया है। काले पत्थरों से बने इस मंदिर में भगवान को शाही पोशाक पहनाई जाती है। इन्हें बहुत अलग तरीके से सजाया गया है. कहा जाता है कि मंदिर में शनिदेव के दर्शन करने के बाद शनिदेव से अपनी परेशानियों से छुटकारा पाने की प्रार्थना करनी चाहिए।