अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस आज अपने पहले आधिकारिक भारत दौरे पर नई दिल्ली पहुंचे। यह यात्रा 21 से 24 अप्रैल तक चलेगी और इसमें उनके साथ उनकी पत्नी उषा वेंस और तीन बच्चे एवान, विवेक और मिराबेल भी मौजूद हैं। वेंस का विमान सुबह करीब 9:30 बजे पालम एयरबेस पर उतरा, जहां केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। इस मौके पर पारंपरिक भारतीय नृत्य के साथ उनका भव्य स्वागत किया गया।
परिवार के साथ पहुंचे अक्षरधाम मंदिर
एयरपोर्ट से निकलते ही वेंस अपने परिवार संग अक्षरधाम मंदिर पहुंचे। खास बात यह रही कि उन्होंने भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान दिखाते हुए अपने बच्चों को भारतीय परिधान पहनाए। दोनों बेटे कुर्ता-पायजामा और बेटी लहंगा में नजर आईं। मंदिर परिसर के बाहर और भीतर कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया गया था। अमेरिकी सीक्रेट सर्विस और स्थानीय पुलिस बल की तैनाती हर कोने पर देखी गई।
अक्षरधाम मंदिर प्रशासन की प्रतिक्रिया
मंदिर की प्रवक्ता राधिका शुक्ला ने जानकारी दी कि,
“उपराष्ट्रपति वेंस और सेकेंड लेडी मंदिर में भगवान स्वामीनारायण के दर्शन करने आए हैं। चूंकि उषा वेंस की जड़ें भारत से जुड़ी हैं, यह यात्रा उनके लिए भावनात्मक महत्व रखती है। वे मंदिर की वास्तुकला को भी नजदीक से देखेंगे।”
13 वर्षों में पहली बार किसी अमेरिकी उपराष्ट्रपति की भारत यात्रा
वेंस पिछले 13 वर्षों में भारत आने वाले पहले अमेरिकी उपराष्ट्रपति हैं। इससे पहले 2013 में तत्कालीन उपराष्ट्रपति जो बाइडन भारत दौरे पर आए थे। ऐसे समय में जब अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर की स्थिति बनी हुई है, वेंस की यह यात्रा रणनीतिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। उनके साथ पेंटागन और अमेरिकी विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी भारत आए हैं।
इस यात्रा में दिल्ली, जयपुर और आगरा शामिल हैं, जहां वे कूटनीतिक बैठकों के साथ कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे।
आंध्र प्रदेश के वडलुरु गांव में उत्सव का माहौल
वेंस की पत्नी उषा वेंस (नी चिलुकुरी) का पैतृक गांव वडलुरु, जो कि आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी जिले में स्थित है, इस यात्रा से बेहद उत्साहित है। गांव में लोगों को उम्मीद है कि वेंस दंपति वहां का दौरा करेंगे। ग्रामीणों ने अपने गांव की बेटी उषा पर गर्व जताते हुए कहा कि,
“उनकी यह उपलब्धि हमारे लिए गौरव की बात है। अगर वे गांव आए, तो यह ऐतिहासिक क्षण होगा।”
यह दौरा न सिर्फ भारत-अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देगा, बल्कि सांस्कृतिक और पारिवारिक जुड़ाव को भी नया आयाम प्रदान करेगा। आने वाले दिनों में इस यात्रा से जुड़े कई महत्वपूर्ण घटनाक्रम देखने को मिल सकते