मुंबई, 16 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। रूस में राष्ट्रपति पद के चुनाव की वोटिंग के बीच आगजनी और हिंसा हो रही है। यूक्रेन बॉर्डर से सटे बेलगोरोड शहर में पुतिन विरोधी लोगों ने कई जगह आग लगा दी। वहीं, राजधानी मॉस्को में लोगों ने कई पोलिंग बूथ में तोड़फोड़ की। पुलिस ने हिंसा के मामले में अब तक 8 लोगों को हिरासत में लिया है। रूस में बीते दिन राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हुई। पहली बार तीन दिन वोटिंग हो रही है। रूसी नागरिक जो किसी क्रिमिनल केस में जेल की सजा न काट रहा हो, वो रविवार तक वोट कर सकते हैं। वहीं, नतीजे मॉस्को के समय के मुताबिक, रविवार रात तक जारी हो सकते हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने ऑनलाइन वोट डाला। 14 मार्च को रूस के चुनाव आयोग ने कहा था, देश में 11.23 करोड़ मतदाता हैं। इन वो लोग भी शामिल हैं जो रूसी कब्जे वाले यूक्रेनी क्षेत्र के नागरिक भी शामिल हैं। इसके अलावा करीब 19 लाख वोटर देश से बाहर रहते हैं। इस बार रूस में ऑनलाइन वोटिंग की भी सुविधा रहेगी। यह सुविधा रूस के 27 क्षेत्रों और क्रीमिया में होगी। क्रीमिया यूक्रेन का वही क्षेत्र है, जिस पर रूस ने साल 2014 में कब्जा कर लिया था।
तो वहीं, न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक, सेंट पीटर्सबर्ग में एक लड़की ने स्कूल में बनाए गए पोलिंग बूथ में आग लगा दी। पुलिस ने बताया कि 20 साल की एक लड़की ने पुतिन के खिलाफ विरोध जताने के लिए आग लगाई। उसे हिरासत में लिया गया है। वहीं, राजधानी मॉस्को में एक महिला ने बैलट बॉक्स में स्याही डाल दी। मॉस्को के अन्य पोलिंग बूथ को भी आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने ऐसा करने वाली एक अन्य महिला को भी हिरासत में लिया। इधर, स्याही डालने वाली महिला को चुनाव प्रक्रिया में बाधा डालने के मामले में हिरासत में लिया गया। सेंट पीटर्सबर्ग, मॉस्को के अलावा वोरोनिश, कराचे-चर्केसिया और रोस्तोव शहर से भी लोगों को हिरासत में लिया गया है। साइबेरियाई क्षेत्र खांटी-मानसी में एक महिला ने बैलट बॉक्स जलाने की कोशिश की। रूस के अलावा यूक्रेन के डोनेट्स्क, लुहांस्क, जपोरीजिया और खेरसॉन जैसे क्षेत्रों में वोटिंग हो रही है। ये वही जगहे हैं, जहां 2022 में यूक्रेन के खिलाफ जंग की शुरुआत के बाद रूस ने कब्जा कर लिया था। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये क्षेत्र पूरी तरह से रूस के कंट्रोल में नहीं हैं। यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने यहां मतदान कराने की निंदा की है। कुछ क्षेत्रों में शुरुआती वोटिंग पहले से ही शुरू हो चुकी है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, चुनाव से पहले ही पुतिन को फिर से राष्ट्रपति बनना तय माना जा रहा है। दरअसल, पुतिन पिछले 24 साल से रूसी की सत्ता पर काबिज हैं। पुतिन के ज्यादातर विरोधी इस वक्त या तो जेल में है या फिर चुनाव आयोग ने उन्हें इलेक्शन के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है।