उन्होंने लंदन से ऑस्ट्रेलिया तक अकेले उड़ान भरी और दुनिया की पहली महिला पायलट बनीं। अपने पति के साथ मिलकर उन्होंने आसमान और हवा की दुनिया में कई कीर्तिमान स्थापित किये, लेकिन जुलाई 1903 में जन्मा यह पायलट 5 जनवरी 1941 को 37 साल की उम्र में अचानक आसमान से गायब हो गया। आज 83 साल बाद भी उनका शव नहीं मिला है, लेकिन कई रिकॉर्ड और उपाधियां अपने नाम करने के बाद पायलट रहस्यमयी मौत लेकर आसमान में गायब हो गया। उनकी मौत को लेकर कई दावे किए गए, जिनमें से एक यह था कि पायलट को उसके ही देशवासियों ने गोली मार दी थी।
Today on 5 January 1941 – Amy Johnson, a 37-year-old pilot and the first woman to fly solo from London to Australia,
Disappears after bailing out of her plane over the River Thames, and is presumed dead. pic.twitter.com/W1V5RMJSwQ
— History (@Historybyhuman) January 5, 2024
इंग्लैंड से ऑस्ट्रेलिया तक उड़ान भरकर अपना नाम कमाया
हम बात कर रहे हैं इंग्लैंड की महिला पायलट एमी जॉनसन की, जो तीन बहनों में सबसे बड़ी थीं। उन्होंने अर्थशास्त्र में स्नातक की उपाधि प्राप्त की, लेकिन उड़ान के प्रति उनके जुनून ने उन्हें एक एविएटर और फ्लाइट इंजीनियर बना दिया। 1929 में एविएटर का प्रमाणपत्र और लाइसेंस प्राप्त करने के बाद, वह ग्राउंड इंजीनियर का लाइसेंस रखने वाली पहली ब्रिटिश महिला बनीं, लेकिन जॉनसन को पहचान तब मिली जब उन्होंने इंग्लैंड से ऑस्ट्रेलिया तक अकेले उड़ान भरी। एमी जॉनसन ने 1932 में स्कॉटिश पायलट जिम मोलिसन से शादी की, लेकिन जनवरी 1941 में एक दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उड़ान भरते समय उनका विमान भटक गया और वह लापता हो गईं।
दावा- ब्रिटिश सैनिकों ने गोली मारकर शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए और जला दिया
हालाँकि एमी जॉनसन का शव कभी नहीं मिला, लेकिन यह दावा किया गया कि उनका विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था लेकिन वह पैराशूट की मदद से बच निकली थीं। वह मदद के लिए चिल्लाई, लेकिन बर्फीली टेम्स की लहरों में फंस गई। बचाव दल ने उसे बचाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हुए और न ही उसका शव ढूंढ सके। उसी समय, एमी जॉनसन की हत्या के दोषी पाए गए एक ब्रिटिश सैनिक ने स्वीकार किया कि उसने उसे दुश्मन समझ लिया और पैराशूट से नीचे उतरते ही उसे गोली मार दी। बाद में उसे पता चला कि वह देश की मशहूर पायलट एमी जॉनसन है। इतना ही नहीं, सिपाहियों ने अपनी गलती छुपाने के लिए उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर जला दिये।