मुंबई, 25 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। तेलंगाना सरकार ने अडाणी ग्रुप के 100 करोड़ रुपए डोनेशन का ऑफर ठुकरा दिया है। यह डोनेशन यंग इंडिया स्किल यूनिवर्सिटी के लिए दिया जा रहा था। यह जानकारी मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दी। रेड्डी ने कहा, अडाणी ग्रुप के मौजूदा विवाद की वजह से फैसला लिया गया है। डोनेशन लेने से राज्य सरकार और मेरी खुद की छवि को नुकसान पहुंच सकता है। सरकार की ओर से बीते दिन ही अडाणी ग्रुप को एक चिट्ठी भेज दी गई है। उसमें अडाणी ग्रुप से यूनिवर्सिटी के लिए 100 करोड़ रुपए ट्रांसफर न करने का अनुरोध किया गया है। कई कंपनियों ने यूनिवर्सिटी को फंड दिया है, लेकिन तेलंगाना सरकार ने अब-तक किसी भी ग्रुप से अपने खाते में एक भी रुपया नहीं लिया है।
आपको बता दें, उद्योगपति गौतम अडाणी समेत 8 लोगों पर अमेरिका के न्यूयॉर्क में अरबों रुपए की धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं। न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में 20 नवंबर को सुनवाई में गौतम अडाणी, उनके भतीजे सागर अडाणी, विनीत जैन, रंजीत गुप्ता, साइरिल कैबेनिस, सौरभ अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा और रूपेश अग्रवाल को आरोपी बनाया गया था। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, गौतम अडाणी और सागर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया है। यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस का कहना था कि अडाणी ने भारत में सोलर एनर्जी से जुड़े कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (करीब 2200 करोड़ रुपए) की रिश्वत दी या देने की योजना बना रहे थे। पूरा मामला अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एक अन्य फर्म से जुड़ा है। अडाणी ग्रुप ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। साथ ही, अडाणी पर आरोप है कि रिश्वत के पैसे जुटाने के लिए उन्होंने अमेरिकी इंवेस्टर्स और बैंकों से झूठ बोला। अमेरिका में मामला इसलिए दर्ज हुआ, क्योंकि प्रोजेक्ट में अमेरिका के इंवेस्टर्स का पैसा लगा था और अमेरिकी कानून के तहत उस पैसे को रिश्वत के रूप में देना अपराध है।