मुंबई, 17 फरवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने राष्ट्रीय दलों को मिले चंदे को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 में भाजपा को सबसे ज्यादा 4340.47 करोड़ रुपए का चंदा मिला है। दूसरे नंबर पर कांग्रेस को 1225.12 करोड़ रुपए मिले। ADR ने रिपोर्ट में बताया कि पार्टियों को चंदे का बड़ा हिस्सा चुनावी बॉन्ड से मिला है। भाजपा ने अपनी कमाई का कुल 50.96% यानी 2211.69 करोड़ रुपए जबकि कांग्रेस ने अपनी इनकम का 83.69% यानी 1025.25 करोड़ रुपए खर्च किया। AAP को चंदे में 22.68 करोड़ रुपए मिले जबकि पार्टी ने उससे ज्यादा 34.09 करोड़ रुपए खर्च किए। सभी पार्टियों को मिले कुल चंदे का 74.57% हिस्सा अकेली भाजपा को मिला है। बाकी 5 दलों को 25.43% चंदा मिला है। चुनावी बॉन्ड से भाजपा को सबसे ज्यादा 1685.63 करोड़ रुपए मिले, जबकि कांग्रेस को 828.36 करोड़ रुपए और AAP को 10.15 करोड़ रुपए मिले। तीनों पार्टियों को चुनावी बॉन्ड के जरिए 2524.1361 करोड़ रुपए, यानी कि अपने कुल चंदे के 43.36% रुपए मिले। हालांकि,सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल मई में इस चंदे को असंवैधानिक बताया था।
वहीं, ADR को RTI से मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय स्टेट बैंक ने बताया कि 2023-24 में कई पार्टियों ने 4507.56 करोड़ रुपए के चुनावी बॉन्ड भुनाए। राष्ट्रीय दलों ने इस फंड का 55.99% यानी 2524.1361 करोड़ रुपए खर्च किया। CPI (M) को 167.636 करोड़ रुपए का चंदा मिला, जिसमें से उसने 127.283 करोड़ रुपए खर्च किए। बहुजन समाज पार्टी (BSP) को 64.7798 करोड़ रुपए मिले और पार्टी ने 43.18 करोड़ रुपए खर्च किए। नेशनल पीपल्स पार्टी (NPP) को 0.2244 करोड़ रुपए मिले और 1.139 करोड़ खर्च किए।
तो वहीं, कांग्रेस ने सबसे ज्यादा खर्च 619.67 करोड़ रुपए चुनाव पर किया। इसके बाद प्रशासनिक और अन्य कामों में 340.702 करोड़ रुपए खर्च किए। CPI (M) ने प्रशासनिक और अन्य कामों में 56.29 करोड़ रुपए और पार्टी के कर्मचारियों पर 47.57 करोड़ रुपए खर्च किए। 6 पार्टियों में से केवल कांग्रेस (58.56 करोड़ रुपए) और CPI (M) (11.32 करोड़ रुपए) ने कूपन की बिक्री से कुल 69.88 करोड़ रुपए मिलने की घोषणा की। CPI (M), कांग्रेस और भाजपा की ऑडिट रिपोर्ट 12 से 66 दिनों की देरी से पेश की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय दलों के बीच सबसे आम खर्च चुनाव और प्रशासनिक खर्च था। साथ ही, कांग्रेस ने इलेक्ट्रॉनिक एडवर्टीजमेंट पर 207.94 करोड़ रुपए और प्रिंटेड एडवर्टीजमेंट पर 43.73 करोड़ रुपए खर्च किए। प्लेन और हेलिकॉप्टर पर पार्टी ने 62.65 करोड़ रुपए जबकि अपने उम्मीदवारों की वित्तीय मदद में 238.55 करोड़ रुपए खर्च किए। कांग्रेस ने प्रचार के लिए 28.03 करोड़ रुपए और सोशल मीडिया पर 79.78 करोड़ रुपए खर्च किए। पार्टी ने अपनी ऑडिट रिपोर्ट में बताया कि उसने 2023-24 के दौरान पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की दूसरी भारत जोड़ो यात्रा पर 49.63 करोड़ रुपए खर्च किए। पहली भारत जोड़ो यात्रा पर 71.84 करोड़ रुपए खर्च हुए थे।